काले दानव की मांद में जीवन की चमकती रोशनी

काले दानव की मांद में जीवन की चमकती रोशनी

लेखिका लिन यिंग, शांडोंग प्रांत

मेरा नाम लिन यिंग है और मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया में एक ईसाई हूँ। सर्वशक्तिमान परमेश्वर में विश्वास करने से पहले, मैं हमेशा अपनी क्षमताओं पर भरोसा करना और कड़ी मेहनत करना चाहती थी, ताकि मैं अपने जीवन को बेहतर बना सकूं, लेकिन मैं जैसा चाहती थी वैसा नहीं हुआ। इसके बजाय, मैं एक के बाद एक मुसीबतों की दीवारों से टकराती रही और मैंने बार-बार नाकामी का सामना किया। जीवन की कठिन परिस्थितियों का सामना करने के बाद, मेरा शरीर और मन दोनों थककर चूर हो गये और मैंने अकथनीय कष्ट उठाया। मेरी पीड़ा और निराशा के बीच, एक बहन ने मुझे सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अंत के दिनों का सुसमाचार सुनाया। Continue reading “काले दानव की मांद में जीवन की चमकती रोशनी”

राक्षसों की गुफा में प्रवेश करने पर परमेश्‍वर के प्रेम का और भी गहरा अनुभव

राक्षसों की गुफा में प्रवेश करने पर परमेश्‍वर के प्रेम का और भी गहरा अनुभव

फ़ेनयोंग, शान्‍सी प्रांत

बचपन से ही अपने माता-पिता की प्यार भरी देखभाल में बड़ा होने के बावजूद, मैं अक्सर अकेलापन महसूस करती थी और मुझे लगता था कि कोई ऐसा नहीं है जिस पर मैं निर्भर हो सकूं। मुझे हमेशा लगता था कि मैं किसी अबूझ पीड़ा की चपेट में हूँ जिससे मैं उबर नहीं पाती थी। मैं अक्सर खुद से पूछती थी: लोग जीवित क्यों हैं? हमें कैसे जीना चाहिए? लेकिन मुझे कभी कोई जवाब नहीं मिल पाता था। आखिरकार 1999 में, मुझे सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अंत के दिनों के कार्य को स्वीकार करने का सौभाग्य मिला। Continue reading “राक्षसों की गुफा में प्रवेश करने पर परमेश्‍वर के प्रेम का और भी गहरा अनुभव”

क्रूर यातनाओं ने मेरी आस्था को मजबूत किया

क्रूर यातनाओं ने मेरी आस्था को मजबूत किया

2009 की वसंत ऋतु में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने बड़े पैमाने पर सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के सदस्यों की गिरफ्तारी का अभियान चलाया। एक-एक करके पूरे देश में कलीसियाओं के प्रधान अगुआओं को गिरफ्तार करके जेल में ठूँस दिया गया। 4 अप्रैल को रात के करीब 9 बजे मैं और एक बहन, जिसके साथ मैं अपने कर्तव्य निभाने में सहयोग कर रही थी, बहन वांग के घर से निकलकर रास्ते पर जा रहे थे कि अचानक सादे कपड़ों में तीन व्यक्ति लपककर हमारे पीछे आए और बाँहों से पकड़कर हमें जबरन घसीटने लगे, और चिल्लाकर बोले, “चलो! Continue reading “क्रूर यातनाओं ने मेरी आस्था को मजबूत किया”

ईश्वर के वचनों ने मुझे गवाह बनाया

ईश्वर के वचनों ने मुझे गवाह बनाया
शिआओ मिन, शेंडांग प्रान्‍त

मेरा जन्‍म एक पिछड़े देहाती इलाके में हुआ था और बचपन में मैंने कठिनाइयों से भरा गरीबी का जीवन जिया था। जल्‍दी से जल्‍दी एक बेहतर जीवन जीने की खातिर, शादी के बाद मैंने पागलों की तरह काम करना शुरू कर दिया। लेकिन इसका नतीजा यह हुआ कि अधिक काम करने की वजह से मैं बीमार पड़ गयी, और जहाँ मैं चुस्‍त-दुरुस्‍त हुआ करती थी, वहीं अब बीमारी ने मुझे तोड़कर रख दिया। मुझे हर समय बीमारी से होने वाली पीड़ा बनी रहने लगी और मैं हर मुमकिन जगह जाकर चिकित्‍सकीय परामर्श तथा इलाज की तलाश करने लगी। Continue reading “ईश्वर के वचनों ने मुझे गवाह बनाया”

तबाही के बीच जीवन का गीत

तबाही के बीच जीवन का गीत
गाओ जिंग, हेनान प्रांत

1999 में, मुझे सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अंत के दिनों के कार्य को स्वीकारने का सौभाग्य मिला। परमेश्वर के वचन पढ़कर, मैंने उनमें मौजूद अधिकार और सामर्थ्य को जाना, और महसूस किया कि वे वचन परमेश्वर की वाणी हैं। परमेश्वर ने जो वचन मानवता के लिए व्यक्त किए, उन्हें सुनने पर मैं इतनी द्रवित हो गयी कि बयाँ नहीं कर सकती, और पहली बार, मैंने अपनी आत्मा की गहराइयों में उस सुकून और आनंद को महसूस किया जो पवित्र आत्मा इंसान के लिए लाता है। Continue reading “तबाही के बीच जीवन का गीत”

परमेश्वर के प्रेम ने मेरे दिल को मजबूत किया है

परमेश्वर के प्रेम ने मेरे दिल को मजबूत किया है|
झांग कैन, लियाओनिंग प्रांत

मेरे परिवार में, हमेशा से सभी की एकदूसरे के साथ अच्छी बनती रही है। मेरे पति एक बहुत ही विचारशील व्यक्ति हैं, वे सबकी बहुत परवाह करते हैं। मेरा बेटा बहुत समझदार है और अपने से बड़ों का हमेशा सम्मान करता है। और तो और, हम काफी संपन्न भी हैं। वैसे तो इन बातों से मुझे बहुत खुश होना चाहिए था, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं था। मेरे पति और बेटे के मेरे प्रति बेहतरीन व्यवहार से या हमारे धन-सम्पन्न होने से, मुझे खुश नहीं मिल पा रही थी। मैं रात में कभी ठीक से सो नहीं पाती थी क्योंकि मुझे गठिया हो गया था और मैं गंभीर अनिद्रा से भी पीड़ित थी, जिसके कारण मेरे मस्तिष्क में रक्त संचार कम हो गया था और मेरे अंगों में कमज़ोरी आ गई थी। एक व्यवसाय चलाने के निरंतर दबाव के साथ ही इन बीमारियों की पीड़ा के कारण मैं ऐसे दर्द में जीने लगी थी जिसे बयां नहीं कर सकती। मैंने इसे कई अलग-अलग तरीकों से दूर करने की कोशिश की, लेकिन कुछ भी काम नहीं आया। Continue reading “परमेश्वर के प्रेम ने मेरे दिल को मजबूत किया है”

जब मैं मौत के कगार पर था, तो सर्वशक्तिमान परमेश्वर मेरी मदद के लिए आया

विजेताओं की गवाहियाँ
वांग चेंग, हेबेई प्रांत

प्रभु यीशु मसीह में मेरे विश्वास रखने के दौरान, सीसीपी ने मेरा उत्पीड़न किया। सरकार ने प्रभु यीशु में मेरी आस्था के “अपराध” को मुझे पीड़ा देने और मेरा दमन करने के कारण की तरह इस्तेमाल किया। यहाँ तक कि उसने ग्राम काडर को यह आदेश दिया था कि मेरी आस्था संबंधी मान्यताओं की छानबीन करने के लिए वे अक्सर मेरे घर आते रहें। 1998 में, मैंने अंत के दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार कर लिया। जब मैंने स्वयं सृष्टिकर्ता द्वारा व्यक्त वचन सुने, तो मैं जितना उत्साहित और द्रवित हुआ, उसे मैं बयाँ भी नहीं कर सकता। परमेश्वर के प्रेम से हौसला पाकर, मैंने संकल्प लिया: चाहे कुछ भी हो जाए, मैं अंत तक सर्वशक्तिमान परमेश्वर का अनुसरण करूँगा। उस दौरान, मैं पूरे जोश से सभाओं में शामिल होता था, सुसमाचार का प्रचार-प्रसार करता था, जिसने सीसीपी सरकार का ध्यान अपनी ओर खींचा। इस बार, उनके द्वारा मेरा सबसे भयानक उत्पीड़न हुआ। यह इतना दुखद था कि मैं अपने घर में भी सामान्य तौर पर अपनी आस्था का अभ्यास नहीं कर पा रहा था। मुझे अपने कर्तव्यों का निर्वाह करने के लिए मजबूरन घर छोड़ना पड़ा। Continue reading “जब मैं मौत के कगार पर था, तो सर्वशक्तिमान परमेश्वर मेरी मदद के लिए आया”

परमेश्वर का वचन मेरी जीवन शक्ति है

विजेताओं की गवाहियाँ|परमेश्वर का वचन मेरी जीवन शक्ति है
जू झिगांग, तियानजिन नगरपालिका

अतीत में, मैं चीन के पारंपरिक संस्कारों से अत्यधिक प्रभावित था, और अपने बच्चों और पोते-पोतियों के लिए जमीन-जायदाद खरीदना मेरे जीवन का लक्ष्य था। यह लक्ष्य पूरा करने के लिए, मैंने दिल लगाकर मोटरवाहन की मरम्मत करने की तकनीक सीखी। मैंने एक मरम्मत गैराज भी खोली, और कारोबार बहुत अच्छा चल रहा था। उस समय अपने जीवन में, मेरा विश्वास था कि मैं अपनी नियति को स्वयं नियंत्रित करता हूँ, इसलिए जब मेरी सलहज ने मुझे प्रभु यीशु के सुसमाचार का प्रवचन दिया, तो मैंने न केवल उसे स्वीकार करने से इंकार कर दिया, बल्कि उसका मजाक भी उड़ाया, क्योंकि मुझे लगता था कि मैं प्रभु पर विश्वास किए बिना भी जीवन का आनंद ले सकता हूँ। Continue reading “परमेश्वर का वचन मेरी जीवन शक्ति है”

संकट के समय में, परमेश्वर के वचन ने मुझे प्रोत्साहन दिया

परमेश्वर के संग संबंध|
चेन हुई, जियांग्‍सू प्रांत

मैं चीन के एक साधारण परिवार में पली-बढ़ी हूँ। मेरे पिता सेना में थे और चूंकि मैं कम उम्र से ही उनके द्वारा ढाली गई थी और उनसे प्रभावित थी, इसलिए मैं यह मानने लगी थी कि एक सैनिक का पेशा और कर्तव्य मातृभूमि की सेवा करना, आदेशों का पालन करना और कम्युनिस्ट पार्टी तथा जनता की निस्वार्थ रूप से सेवा करना है। मैंने खुद सैनिक बनने और अपने पिता के नक्शेकदम पर चलने का संकल्प ले लिया। हालांकि, जैसे-जैसे समय बीता, कुछ खास घटनाएं घटित हुईं, जिससे मेरे जीवन का मार्ग और मेरे प्रयासों की दिशा धीरे-धीरे बदल गई। 1983 में, मैंने प्रभु यीशु के सुसमाचार को सुना। यह पवित्र आत्मा का विशेष मार्गदर्शन था जिसके कारण मेरे जैसा व्यक्ति, जिसे कच्ची उम्र से ही नास्तिकता और चीनी कम्युनिस्ट विचारधारा का ज़हर दिया गया था, प्रभु यीशु के प्रेम द्वारा गहराई से प्रभावित हो गया। Continue reading “संकट के समय में, परमेश्वर के वचन ने मुझे प्रोत्साहन दिया”

सीसीपी की जेल में बिताया हर दिन

विजेताओं की गवाहियाँ|
यांग यी, चीन

मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की एक ईसाई हूँ। मैं दस वर्षों से अधिक समय के लिए सर्वशक्तिमान परमेश्वर की अनुयायी रही हूँ। इस अवधि के दौरान, एक दशक पहले, सीसीपी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाना वो भयानक विपत्ति थी जिसे मैं कभी नहीं भूलूंगी। उस समय, दुष्ट राक्षसों द्वारा उत्पीड़ित किये जाने, कुचले जाने और मेरे कई बार मौत के करीब आने के बावजूद, सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने मेरी रक्षा करने और मेरा मार्गदर्शन करने, मुझे जीवन में वापस ले आने, और मुझे सुरक्षा में वापस लाने के लिए अपने शक्तिशाली हाथ का उपयोग किया था…। इसके माध्यम से, मैंने वास्तव में परमेश्वर की जीवन-शक्ति के उत्कर्ष और प्रभुत्व का अनुभव किया, और परमेश्वर द्वारा मुझे प्रदत्त जीवन की बहुमूल्य संपदा प्राप्त की। Continue reading “सीसीपी की जेल में बिताया हर दिन”