श्रेणी: परमेश्वर के लौटने की गवाहियाँ
एक दिन, मेरी बहन ने मुझे फ़ोन किया और कहा कि वह उत्तर की अपनी यात्रा से वापस आ गई है और मुझे बताने के लिए उसके पास कोई महत्वपूर्ण बात थी। उसने मुझे तुरंत आने के लिए कहा। मुझे कुछ बुरी घटना का आभास हो रहा था इसलिए मैं सीधे अपनी बहन के यहाँ जा पहुँची। जैसे ही मैंने प्रवेश किया और देखा कि मेरी बहन एक किताब पढ़ रही थी, मुझे राहत मिली। मेरी बहन मुझे आते हुए देख उछलकर खड़ी हो गयी और खुशी से बोली: “बहन! देश के उत्तरी भाग में इस बार मुझे कुछ अच्छी खबर मिली: प्रभु यीशु वापस आ गया है!” Continue reading “प्रभु पूर्व में प्रकट हुआ है”
चमकती पूर्वी बिजली:घर वापसी
सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, “यदि तुम व्यवस्था के युग के कार्य को देखना चाहते हो, और यह देखना चाहते हो कि इस्राएली किस प्रकार यहोवा के मार्ग का अनुसरण करते थे, तो तुम्हें पुराना विधान पढ़ना चाहिए; यदि तुम अनुग्रह के युग के कार्य को समझना चाहते हो, तो तुम्हें नया विधान पढ़ना चाहिए। पर तुम अंतिम दिनों के कार्य को किस प्रकार देखते हो? तुम्हें आज के परमेश्वर की अगुआई स्वीकार करनी चाहिए, और आज के कार्य में प्रवेश करना चाहिए, क्योंकि यह नया कार्य है, और किसी ने पूर्व में इसे बाइबल में दर्ज नहीं किया है। Continue reading “बाइबल के अलावा क्या परमेश्वर ने दूसरे वचन बोले हैं?”
बचपन से ही मैं प्रभु में विश्वास रखती और अपने माता-पिता के साथ सभाओं में जाती थी, इसलिए मैंने हाई स्कूल के बाद एक ईसाई कॉलेज में पढ़ाई की। एक कक्षा के दौरान, पादरी ने हमसे कहा, “अध्याय 13, इब्रानियों के पद 8 में कहा गया है कि ‘यीशु मसीह कल और आज और युगानुयुग एक–सा है।’ प्रभु यीशु ही एकमात्र उद्धारकर्ता है। युग चाहे जो हो, उसका नाम कभी नहीं बदलेगा, सिर्फ प्रभु यीशु के नाम में विश्वास रख कर ही हम बचाये जा सकेंगे…।” यह सुनने के बाद, मुझे पक्का विश्वास हो गया कि प्रभु यीशु के नाम को कायम रख कर ही हम बचाये जा सकेंगे, हमें उसके नाम को कभी भी नहीं नकारना है। कक्षा से बाहर, मैं संगति, बाइबल अध्ययन और सुसमाचार समूहों में सक्रिय रूप से भाग लेती। Continue reading “मुझे अब परमेश्वर का नया नाम मालूम है”